हमारे स्नातक तक पँहुचने तक श्वेत श्याम तस्वीरों का सफर रंगीन तस्वीरों के दौर में चला गया । हमारे स्नातक तक पँहुचने तक श्वेत श्याम तस्वीरों का सफर रंगीन तस्वीरों के दौर में...
अक्सर उसकी माँ उसकी स्कूटी की क्षमता से ज्यादा सामान लेकर आने को बोल देती थीं। अक्सर उसकी माँ उसकी स्कूटी की क्षमता से ज्यादा सामान लेकर आने को बोल देती थीं।
उसी स्कूल के सामने नयी यादें साथ बनाने का वादा भी कर दिया। उसी स्कूल के सामने नयी यादें साथ बनाने का वादा भी कर दिया।
आप लोगों को पता है कि जितना भी चढ़ावा आता है, उसका 25 प्रतिशत भी खर्च नहीं होता। सब पैसा जाता कहाँ ह... आप लोगों को पता है कि जितना भी चढ़ावा आता है, उसका 25 प्रतिशत भी खर्च नहीं होता।...
आज उसे आसमान छूटता दिख रहा था और वह गर्त में गिरती ही जा रही थी। आज उसे आसमान छूटता दिख रहा था और वह गर्त में गिरती ही जा रही थी।
मैं नहीं चाहती की तुम भी ऐसी बेवकूफी करो...कोई भी ऐसी बेवकूफी करे, जिंदगी अनमोल है इसे जी भर के जिओ। मैं नहीं चाहती की तुम भी ऐसी बेवकूफी करो...कोई भी ऐसी बेवकूफी करे, जिंदगी अनमोल ...